A First-Of-Its-Kind Magazine On Environment Which Is For Nature, Of Nature, By Us (RNI No.: UPBIL/2016/66220)

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Talking Point

TreeTake is a monthly bilingual colour magazine on environment that is fully committed to serving Mother Nature with well researched, interactive and engaging articles and lots of interesting info.

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सरकार के प्रयासों पर पानी फेरते लोग
प्लास्टिक के विरुद्ध भारत सरकार ने युद्ध स्तर का आंदोलन छेड़ रखा है और वन टाइम यूस प्लास्टिक प्रोडक्ट्स यानी एक बार इस्तेमाल कर फेक देने वाली प्लास्टिक जैसे ५० माइक्रोन व उससे पतली पन्नी, कप, प्लेट, स्ट्रॉ, रैपिंग पेपर, सैलोफीन व थर्माकोल को पूरी तरह इस्तेमाल से बाहर कर देने का निर्देश दिया है परन्तु वहीँ कुछ लालची लोग इस तरह की प्लास्टिक को खपाने का पूरा प्रयत्न कर रहे हैं और इसी का परिणाम है सैलोफीन व प्लास्टिक से बनी पतंगे। देखने में रंग बिरंगी ये पतंगे असल में पर्यावरण ही नहीं, जैवविविधता व इंसानों के स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक हैं। मध्य व पुराने लखनऊ में ये धड़ल्ले से बिक रही हैं व उड़ाई जा रही हैं। वहीँ बड़े बड़े प्रोविशनल स्टोर्स जैसे स्पेंसर्स, बिग बास्केट, बिग बाजार इत्यादि भी बेहद महीन प्लास्टिक की पन्नियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये कहने को तो बायोडिग्रेडेबल थैला अलग से दाम लेकर देते हैं पर ‘अंदर‘ की पैकिंग जैसे चावल, शकर, के लिए बड़े आराम से वही महीन पन्नी इस्तेमाल करते हैं जो करते चले आ रहे थे। अब इनपर लगाम क्यों नहीं? पुलिस व प्रशासन को कोई परवाह नहीं कि सरकार के नियमों व आदेशों की अनदेखी बुरी तरह से हो रही हैं। अब यदि इसी प्रकार प्लास्टिक को जीवित रखना हैं तो कहना गलत न होगा कि ‘सरकार करे प्रयास, ‘जन‘ व ‘तंत्र‘ को कब होगा एहसास? फोटो क्रेडिट सौम्या मिश्र

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