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ट्रीटेक नेटवर्क
‘एक पेड़ मां के नाम’ वृक्षारोपण महाअभियान 2025 के अन्तर्गत 9 जुलाई 2025 को वन एवं वन्यजीव विभाग व 26 राजकीय विभागों की सहभागिता से निर्धारित लक्ष्य 37 करोड़ पौध रोपण के सापेक्ष प्रदेश में 37.21 करोड़ पौध रोपित किए गए हैं। वृक्षारोपण महाअभियान, 2025 के अन्तर्गत रोपित किये गये समस्त पौधे मां के सम्मान व स्मृति में समर्पित किये गये। राज्यपाल, उत्तर प्रदेश, आनन्दीबेन पटेल ने जनपद बाराबंकी में वृक्षारोपण महाअभियान, 2025 का शुभारम्भ करते हुए प्रयागराज में महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन की स्मृति में स्थापित किये जा रहे त्रिवेणी वन में त्रिवेणी रोपण (पीपल, बरगद, नीम) किया। मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश, योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में त्रिवेणी वन, आजमगढ़ में हरिशंकरी तथा गोरखपुर में पवित्र धारा वृक्षारोपण के अन्तर्गत हरिशंकरी (पीपल, बरगद, पाकड़) रोपित कर वृक्षारोपण कार्यक्रमों को नयी गति व दिशा प्रदान की। योगी आदित्यनाथ ने कार्बन फाईनेंसिंग के अन्तर्गत अयोध्या में 07 कृषकों को अर्जित-उत्पादित कार्बन क्रेडिट की धनराशि वितरित की। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यावरण, वन, जन्तु उद्यान एव जलवायु परिवर्तन, उत्तर प्रदेश, डॉ0 अरूण कुमार सक्सेना ने अयोध्या व गोरखपुर में पौध रोपित किये। अध्यक्ष, विधान सभा, उत्तर प्रदेश सतीश महाना ने विधानसभा परिसर में गुलाचीन का पौध रोपित किया। सभापतिए विधान परिषद, उत्तर प्रदेश कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने कुकरैल वन, लखनऊ में त्रिवेणी रोपण (पीपल, बरगद, पाकड़) किया। उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के मुख्य न्यायमूर्ति, सहयोगी न्यायमूर्तियों एवं जनपद स्तर पर न्यायिक अधिकारियों द्वारा पौध रोपित किये गये। मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन, मनोज कुमार सिंह ने आजमगढ़ में महुआ का पौध रोपित किया।
‘एक पेड़ मां के नाम’ वृक्षारोपण महाअभियान, 2025 के अन्तर्गत प्रदेश के सभी 75 जनपदो में कैबिनेट मंत्री-राज्य मंत्री तथा उ0प्र0, शासन के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिव स्तर के समस्त अधिकारियों द्वारा अभियान के नोडल अधिकारी के रूप में भाग लेते हुए पौधारोपण किया गया। वृक्षारोपण महा अभियान, 2025 के अन्तर्गत माह जुलाई व अगस्त में निम्न वनों की स्थापना की जाएगीः- अटल वन, एकता वन, एकलव्य वन, ऑक्सी वन, शौर्य वन, गोपाल वन, त्रिवेणी वन, विरासत वृक्ष। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवासीय योजना के लाभार्थियों तथा जीरो पावर्टी कार्यक्रम में चिन्हित परिवारों द्वारा सहजन के पौधों का रोपण किया जाएगा। इन पौधे के वृक्ष का रूप धारण करने पर इन परिवारों की खाद्य सुरक्षा पूर्ण करने के साथ ही पोषक तत्वों की पूर्ति भी करेंगे। वृक्षारोपण कार्यक्रम में पथिकों को छाया, पक्षियों को आवास व भोजन एवं क्षेत्र का सौन्दर्य वर्धन करने हेतु प्रदेश के एक्सप्रेस वे, राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग के किनारे, सर्विस लेन तथा एक्सप्रेस वे के मध्य (डिवाइडर पर) पौध रोपित किए जाए। प्रदेश में नदियों के पुनरूद्धार हेतु गंगा, यमुना, सरयू, हिण्डन और गोमती सहित विभिन्न नदियों के तटों व जलागम क्षेत्र में ‘पवित्र धारा वृक्षारोपण‘ योजना के अन्तर्गत पीपल, बरगद, पाकड़ व जामुन सहित विभिन्न प्रजातियों के लगभग 3.56 करोड़ से अधिक पौधों का सघन वृक्षारोपण किया जाएगा। शासकीय विभागों, शिक्षण संस्थानों, न्यायालय व चिकित्सालय परिसरों, खेतों, पार्कों, ग्राम पंचायत की भूमि, रेलवे, रक्षा, औद्योगिक इकाईयों, सहकारी समितियों, सार्वजनिक उद्यम, भारत सरकार के विभागों व उपक्रमों, वन भूमि सहित विभिन्न विभागों की रिक्त भूमि पर पौध रोपित किए जाएगें। प्रदेश में स्थानीय मृदा व जलवायु के अनुकूल पीपल, पाकड़, बरगद, नीम, इमली, जामुन, बेल, सहजन, आम, महुआ, हरड़, बहेड़ा, आंवला सहित विभिन्न छायादार, फलदार, शोभाकार एवं औषधीय व पर्यावरणीय महत्व के देशज पौधों का रोपण किए जाएगें। पर्यावरणीय लाभ एवं कृषकों की आय में सतत् वृद्धि के दृष्टिगत वृक्षारोपण अभियान हेतु प्रदेश के समस्त शासकीय विभागों, न्यायालय परिसरों-कृषकों-संस्थाओं-व्यक्तियों-शिक्षण संस्थाओं-स्थानीय निकायों, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, नगर निगम, नगर पालिका परिषद प्राधिकरण आदि एवं अन्य को वन विभाग की पौधशालाओं से सम्बन्धित शासकीय विभागोंध्संस्थाओं के माध्यम से निःशुल्क पौध उपलब्ध किए जाएगें। वायुमण्डल में ऑक्सीजन की प्रचुरता तथा कार्बन डाई ऑक्साइड के पृथक्करण हेतु पर्याप्त वनावरण एवं वृक्षावरण आवश्यक है।
उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने राज्य के सभी 762 नगरीय निकायों में हरियाली को और भी बढ़ाने के लिए आगामी वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान नगर विकास को 35 लाख पौधरोपण के लक्ष्य को बेहतर तरीके से पूरा करने के लिए अभी से स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए। नगरीय क्षेत्रों में स्थापित कान्हा गोशाला परिसर, साफ किये गये कूड़ा स्थलों, सड़क किनारे की खाली जगहों, सार्वजनिक भवनों व स्थल परिसर, धार्मिक, पौराणिक व ऐतिहासिक स्थलों के आसपास तथा नगरीय क्षेत्रों के चैराहों व प्रवेश द्वार को और सुन्दर बनाने के लिए पौधरोपण किए जाएगें। शहरों में मियावाकी वन, उद्यान, नक्षत्र वाटिका, पंचवटी बनाने के लिए फलदार एवं फूलदार पौधे रोपित किए जाएगें। शर्मा ंने कहा कि प्रदेश के नगरीय निकायों को वैश्विक स्तर का बनाने के लिए शहरों को हरा-भरा करना होगा जिससे शहरों की वायुगुणवत्ता, मानव स्वास्थ में सुधार हो और ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी आये। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अन्तर्गत 2019 को आधार वर्ष मानते हुए 2026 तक पी.एम. 2.5 और पी.एम. 10 के स्तर में 40 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य है। प्रदेश में बढ़ते शहरीकरण से नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने की चुनौतियां हैं। लेकिन बेहतर रणनीति बनाकर एवं योजनाओं को समय पर धरातल पर उतारकर इसे आसान बना सकते हैं। नगर विकास मंत्री ने नगरीय क्षेत्रों में पौधरोपण के लिए स्थल का चिन्हीकरण करने, पौधरोपण के बाद पौधों के रखरखाव पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री द्वारा भारत में वर्ष 2070 तक कार्बन उत्सर्जन को नेट ज़ीरो करने की प्रतिबद्धता को साकार करने में वनावरण एवं वृक्षावरण की अहम भूमिका है। इस अभियान मे ’’पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ, पर्यावरण बचाओ’’, ’’हर खेत पर मेड़, हर मेड़ पर पेड़’’, ’’पेड़ लगाये जीवन बचाये’’ आदि स्लोगन के माध्यम से जनमानस को जोड़ा जा रहा है।
वन महोत्सव 2025ः वन मंत्री ने त्रिवेणी वन की स्थापना करी
वन महोत्सव 2025 के अवसर पर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वन, पर्यावरण एवं जन्तु उद्यान, जलवायु परिवर्तन, उ0प्र0 डॉ अरूण कुमार सक्सेना द्वारा 01 जुलाई को अपने कर कमलों से कुकरैल पिकनिक स्पॉट वन क्षेत्र में त्रिवेणी वन (पीपल, बरगद एवं नीम) का रोपण किया गया एवं योगा प्वाइंट एवं ओपेन जिम का अनावरण किया गया, जो कुकरैल पिकनिक स्पॉट क्षेत्र में आने वाले सैलानियों के लिए मुख्य आकर्शण का केन्द्र बनेगा। इसी उपलक्ष्य में मंत्री द्वारा उपस्थित जन-मानस से एक-एक पौधा लगाने के लिए आग्रह किया गया एवं पौधों को बचाने का प्रयास एवं सुरक्षा करने हेतु संकल्प लेने हेतु अपील की गई। वन महोत्सव, 2025 के अवसर पर अवध वन प्रभाग, लखनऊ द्वारा सन्तान जन्म के अवसर पर वृक्षारोपण महाअभियान, 2025 के अंतर्गत जीवन समृद्धि एवं विकास का प्रतीक एक सागौन का पौधा नवजात शिशु के पिता एवं उनके परिवार को उपहार स्वरूप प्रदान किया गया। यह कार्यक्रम वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय, लखनऊ में किया गया। इसी उपलक्ष्य में डॉ रेणु सिंह, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, लखनऊ मण्डल द्वारा नवजात शिशु के परिजन को ग्रीन गोल्ड बर्थ सर्टिफिकेट व पुष्प गुच्छ एवं सागौन के पौधे वितरित किये गये। डॉ0 रेणु सिंह, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, लखनऊ मण्डल द्वारा सभी परिजनो से अनुरोध किया गया कि भेंट किये गये पौधे की देख-भाल और सुरक्षा अपने नवजात शिशु की भांति करें, जिससे नवजात के आगमन के अवसर पर रोपित यह पौधा भविष्य में वृक्ष का रूप धारण कर आपके सन्तान की ही तरह आपके यश, कीर्ति व वैभव वृद्धि तथा आपकी वृद्धावस्था में आपका सहयोगी व सहभागी बने।
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की स्मृति में झूलेलाल पार्क में वृक्षारोपण
डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी की स्मृति में अवध वन प्रभाग, लखनऊ द्वारा झूलेलाल पार्क लखनऊ में एक महत्वपूर्ण वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के प्रति जागरूकता बढ़ाना और डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान को सम्मानित करना था। इसमें पर्यावरण, वन, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ० अरूण कुमार सक्सेना ने त्रवेणी (पीपल, बरगद एवं नीम) वन की स्थापना की। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अनिल कुमार, प्रमुख सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एवं सुनील चैधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष द्वारा मौलश्री पौध का रोपण किया गया।
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