
माजूफल है पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की चमतà¥à¤•à¤¾à¤°à¥€ देन
टà¥à¤°à¥€à¤Ÿà¥‡à¤• संवादाता
पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ ने हमें अनेक à¤à¤¸à¥€ दà¥à¤°à¥à¤²à¤ जड़ीबूटियां दी हैं जो अमृत से कम नहीं मगर हम उनका महतà¥à¤µ नहीं समà¤à¤¤à¥‡ जैसे कि माजूफल। माजूफल दाà¤à¤¤à¥‹, मलदà¥à¤µà¤¾à¤°, अंडकोष, गरà¥à¤ धारण, लà¥à¤¯à¥‚कोरिया, टूटी हà¥à¤ˆ हडà¥à¤¡à¥€, मà¥à¤‚ह के छालो के लिठअचूक औषधि है। दाà¤à¤¤à¥‹ के लिठयह वरदान है। दाà¤à¤¤à¥‹ में कैसी à¤à¥€ परेशानी हो, पानी लगता हो, पायरिया हो, मसूà¥à¥‹à¤‚ से खून आता हो या दरà¥à¤¦ होता हो, दांत कमजोर हों या दाà¤à¤¤à¥‹ से à¤à¥€ खून आता हो तो आप घर पर ही ये मंजन बना सकते हैं, इसके लिठचाहिठबस माजूफल और छोटी छोटी घरेलू चीजें। à¤à¤• माजूफल को बारीक पीसकर सरसो के तेल में मिलाकर बस मसूà¥à¥‹à¤‚ पर मालिश कीजिठइससे मसूà¥à¥‹à¤‚ का दरà¥à¤¦ और खून आना तो बंद होगा ही दांत à¤à¥€ मजबूत हो जाà¤à¤‚गे। दाà¤à¤¤à¥‹ में बहà¥à¤¤ तेज दरà¥à¤¦ हो रहा है तो माजूफल का चूरà¥à¤£ उस दांत के नीचे दबाà¤à¤‚ १० मिनट में ही दरà¥à¤¦ गायब हो जाà¤à¤—ा। à¤à¤• à¤à¥à¤¨à¥€ हà¥à¤ˆ सà¥à¤ªà¤¾à¤°à¥€ और à¤à¤• à¤à¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤† माजूफल और à¤à¤• कचà¥à¤šà¤¾ माजूफल इन तीनो को महीन पीसकर मंजन बनाकर तो हमेशा घर में रखना चाहिठऔर हो सके तो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ या सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में à¤à¤• बार इससे जरूर मंजन करना चाहिठताकि दाà¤à¤¤à¥‹ में कोई रोग लगे ही न। दांत बहà¥à¤¤ तेज दरà¥à¤¦ कर रहा हो तो à¤à¥à¤¨à¥€ हà¥à¤ˆ फिटकरी ,हलà¥à¤¦à¥€ और माजूफल २५ २५ गà¥à¤°à¤¾à¤® ले लीजिये और पीस कर चूरà¥à¤£ बना लीजिये ,इससे दो बार मंजन करने से ही दरà¥à¤¦ गायब हो जाà¤à¤—ा। à¤à¤• अजीब सी बीमारी है मलदà¥à¤µà¤¾à¤° का बाहर निकलना। यह कई कारणों से होता है। कबà¥à¤œ हो तो मल तà¥à¤¯à¤¾à¤—ते समय वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जोर लगाता है। लगातार पेट साफ करने वाली दवाà¤à¤‚ खाने से à¤à¥€ मलदà¥à¤µà¤¾à¤° बाहर निकल जाता है। बवासीर और à¤à¤—नà¥à¤¦à¤° हो तो à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ हो जाता है। खैर किसी à¤à¥€ कारण से मलदà¥à¤µà¤¾à¤° बाहर निकला हो तो आप माजूफल की शरण में जाइà¤à¥¤ १ गिलास पानी में à¤à¤• माजूफल पीस कर डालिये फिर इसे पकाइये। १० मिनट उबलने के बाद उतार कर ठंडा कीजिठऔर इसी पानी से मलदà¥à¤µà¤¾à¤° की धà¥à¤²à¤¾à¤ˆ कीजिà¤à¥¤ बवासीर के मसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ का दरà¥à¤¦ ,à¤à¤—नà¥à¤¦à¤° का दरà¥à¤¦ और मलदà¥à¤µà¤¾à¤° का बाहर निकलना तीनो में आराम मिलेगा। यह कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ ५, ६ दिनों तक लगातार कीजिà¤à¥¤ मलदà¥à¤µà¤¾à¤° से ही समà¥à¤¬à¤‚धित à¤à¤• बीमारी है गà¥à¤¦à¤¾à¤à¥à¤°à¤‚श। यह बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ होती है। इसके लिठआप आधा चमà¥à¤®à¤š फिटकरी लीजिये उसको à¤à¥‚न कर चूरà¥à¤£ बनाये फिर दो माजूफल पीस कर चूरà¥à¤£ बनाà¤à¤‚। अब दोनों के चूरà¥à¤£ को १०० गà¥à¤°à¤¾à¤® पानी में मिलाà¤à¤‚। दवा तैयार है। अब इस दवा में रूई का मोटा टà¥à¤•à¥œà¤¾ à¤à¤¿à¤—ाठऔर गà¥à¤¦à¤¾ पर बाà¤à¤§ लीजिये। à¤à¤• कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ आपको १० से १५ दिन करनी पड़ सकती है। जितना पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ रोग होगा उतना ही अधिक समय लेगा ठीक होने में ,किनà¥à¤¤à¥ ठीक अवशà¥à¤¯ हो जाà¤à¤—ा। यदि अंडकोष में पानी à¤à¤° गया है या फिर चोट आदि लगने से सूजन आ गयी है तो फिर माजूफल आपका सचà¥à¤šà¤¾ साथी साबित होगा। पानी à¤à¤°à¤¨à¥‡ की दशा में १० गà¥à¤°à¤¾à¤® माजूफल और ५ गà¥à¤°à¤¾à¤® फिटकरी पानी में महीन पीस कर पेसà¥à¤Ÿ बना लीजिये फिर अंडकोष पर लेप करके १ घंटे तक छोड़ दीजिये ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ सादे पानी से धो लीजिये। कम से कम २१ दिन यह काम करने से पानी सूख जाà¤à¤—ा। अगर सूजन हो गयी है तो १०, १० गà¥à¤°à¤¾à¤® माजूफल और अशà¥à¤µà¤—ंधा लीजिये ,पानी में पीस कर पेसà¥à¤Ÿ बनाइये, फिर थोड़ा गरम कीजिठऔर लेप करके कोई कपडा बाà¤à¤§ लीजिये ३ से १० दिन में सूजन उतà¥à¤¤à¤° सकती है। माजूफल लà¥à¤¯à¥‚कोरिया की à¤à¥€ दवा है। à¤à¤• गà¥à¤°à¤¾à¤® चूरà¥à¤£ सà¥à¤¬à¤¹ शाम पानी से खाया जाता है २१ दिन तक। माजूफल का लेप लगाकर बांधने से टूटी हà¥à¤ˆ हडà¥à¤¡à¥€ जà¥à¥œ जाती है। माजूफल का छोटा सा टà¥à¤•à¥œà¤¾ चूसते रहने से मà¥à¤‚ह के छाले à¤à¥€ नषà¥à¤Ÿ हो जाते हैं।
बालों की लंबाई बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हैं अलसी के बीज
अलसी के बीज यानी फà¥à¤²à¥ˆà¤•à¥à¤¸à¥€à¤¡à¥à¤¸ ओमेगा ३ फैटी à¤à¤¸à¤¿à¤¡ का à¤à¤• जबरदसà¥à¤¤ सà¥à¤°à¥‹à¤¤ है। ये न सिरà¥à¤« आपका बैड कॉलेसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤² कम करता है, दिल को दà¥à¤°à¥à¤¸à¥à¤¤ रखता है और वजन कम करने में मदद करता है, बलà¥à¤•à¤¿ आपके बालों को à¤à¥€ घना और चमकदार बनाता है। इससे बालों की लंबाई बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ में à¤à¥€ काफी सहायता मिलती है। बाल à¤à¥œà¤¨à¤¾, सà¥à¤•à¥ˆà¤²à¥à¤ª में खà¥à¤œà¤²à¥€ होना और डैमेज बाल, ये सà¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ ख़राब खान-पान, पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण और केमिकल यà¥à¤•à¥à¤¤ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ के इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² से जà¥à¥œà¥€ हà¥à¤ˆ हैं। जब बालों की जड़ों को परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ पोषण नहं मिलता तो वो रूखे और बेजान दिखने लगते हैं। à¤à¤¸à¥‡ में अलसी के बीज आपकी काफी मदद कर सकते हैं। ओमेगा ३ à¤à¤¸à¤¿à¤¡ बालों का लचीनापन बà¥à¤¾à¤•à¤° उसे टूटने से बचाते हैं। इससे बाल मजबूत और सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ होते हैं। वहीं इसमें मौजूद लिगà¥à¤¨à¥ˆà¤¨ में à¤à¤‚टी-इनफà¥à¤²à¥‡à¤®à¤Ÿà¤°à¥€ ततà¥à¤µ होते हैं और ये डैंडà¥à¤°à¤« से बचाव करता है। अलसी के बीज में ढेर सारे मिनरल और विटामिन होते हैं, ख़ासतौर पर विटामिन ई। विटामिन ई बालों के लिठसà¥à¤ªà¤°à¤«à¥‚ड माना जाता है। ये बालों को मजबूत बनाता है और उसकी गà¥à¤°à¥‹à¤¥ à¤à¥€ बà¥à¤¾à¤¤à¤¾ है। इससे बालों को मॉइशà¥à¤šà¤° मिलता है और उनमें चमक आती है। अलसी के बीज à¤à¤¿à¤—ोकर पेसà¥à¤Ÿ बनाकर बालों में लगा, à¤à¤• घंटे उपरांत बाल धो लेने चाहिठऔर बालों को घना, चमकदार और मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® बनाने के लिठरोज à¤à¤• चमà¥à¤®à¤š अलसी के बीज खाने चाहिà¤à¥¤ इसके अलावा आप इसे अपनी सलाद या अनà¥à¤¯ डिश में à¤à¥€ मिला सकते हैं। अलसी के बीज के पाऊडर को आटे में मिलाकर उसकी रोटी बनाकर खाई जा सकती हैं।
पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• दातून से बनाये दांत वजà¥à¤° समान
कड़वे दातून की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा महरà¥à¤·à¤¿ वागà¥à¤à¤Ÿ ने की है जैसे नीम का दातà¥à¤¨à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अनà¥à¤¯ दातà¥à¤¨ के बारे में à¤à¥€ बताया है जिसमे मदार, बबूल, अरà¥à¤œà¥à¤¨, आम, अमरà¥à¤¦, जामà¥à¤¨ आदि पà¥à¤°à¤®à¥à¤– हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चैतà¥à¤° माह से शà¥à¤°à¥‚ कर के गरà¥à¤®à¥€ à¤à¤° नीम, मदार या बबूल का दातà¥à¤¨ करने की सलाह दी है, सरà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अमरà¥à¤¦ या जामà¥à¤¨ का दातà¥à¤¨ करने को कहा है और बरसात के लिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आम या अरà¥à¤œà¥à¤¨ का दातà¥à¤¨ शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ बताया है। आप चाहें तो साल à¤à¤° नीम का दातà¥à¤¨ इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² कर सकते हैं लेकिन धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ इस बात का रखे कि तीन महीने लगातार करने के बाद इस नीम के दातà¥à¤¨ को कà¥à¤› दिन का विशà¥à¤°à¤¾à¤® दे। इस अवधि में मंजन कर ले। दनà¥à¤¤ मंजन बनाने की आसान विधि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताई है कि सरसों के तेल में नमक और हलà¥à¤¦à¥€ मिलाकर आप मंजन बनालें। दांतों की सफाई और चमक लाने के लिठà¤à¥€ आप कई तरह के मंजन बना सकते हैं।
हलà¥à¤¦à¥€ नमक मिलाइये, अरॠसरसों का तेल।
नितà¥à¤¯ मलें रीसन मिटे, छूट जाय सब मैल।।
दांतों पर लगाये हेतॠदो गà¥à¤°à¤¾à¤® नमक हथेली, चà¥à¤Ÿà¤•à¥€ à¤à¤° हलà¥à¤¦à¥€ को हथेली पर ले, उसमें १० से १५ बूंदे सरसों के तेल की मिलाकर, इस मिशà¥à¤°à¤£ से मधà¥à¤¯à¤®à¤¾ अंगà¥à¤²à¥€ का सहयोग लेते हà¥à¤ धीरे धीरे दांतों à¤à¤‚व मसूढों की मालिश करें । इस पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से दांत चमकने लगते हैं, दातों की जड़ें मजबूत बनती हैं, मसूà¥à¥‹à¤‚ की सूजन दूर होती है, मसूà¥à¥‹à¤‚ से खून निकलना बंद हो जाता है, दांतों में टारà¥à¤Ÿà¤° नहीं जम पाता है, हिलते हà¥à¤ दांत à¤à¥€ फिर से जम जाते हैं। इस साधारण से दिखने वाले पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से à¤à¤• अनà¥à¤¯ सबसे बड़ा लाठयह है कि इसके नियमित अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ से दांतों में गरम-ठंड़ा लगने जैसी शिकायतें दूर हो जाती हैं।
तà¥à¤°à¤¿à¤«à¤²à¤¾, तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‚टा, तà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾, पांचों नमक पतंग।
दंत वजà¥à¤° सम होत हैं, माजूफल के संग ।
हरड़, बहेड़ा, आंवला, सोंठ, काली मिरà¥à¤š, पीपल (तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤Ÿà¤¾), शà¥à¤¦à¥à¤§ किया हà¥à¤† तूतिया (तà¥à¤¤à¥à¤¥ या नीला थोथा), काला नमक, सेंधा नमक, सांà¤à¤° नमक, समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ नमक, विडॠनमक (पांचों लवण), पतंग (पतà¥à¤°à¤¾à¤‚ग नामक दà¥à¤°à¤µà¥à¤¯) तथा माजूफल इन सबको बारीक कूट-पीस तथा छानकर बनाठगठमिशà¥à¤°à¤£ से मंजन करने से दांत वजà¥à¤° के समान मजबूत हो जाते हैं। तà¥à¤°à¤¿à¤«à¤²à¤¾ के अंतरà¥à¤—त हरड़, बहेड़ा और आंवला का समावेश किया जाता है। तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤Ÿà¤¾ के अंतरà¥à¤—त सोंठ, काली मिरà¥à¤š और पीपल आती हैं। नीले थोथे को शà¥à¤¦à¥à¤§ किया जाना अनिवारà¥à¤¯ है। इसको दोला-यंतà¥à¤° में तीन पà¥à¤°à¤¹à¤° तक गाय, à¤à¥ˆà¤‚स और बकरी के मूतà¥à¤° के साथ सà¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¨ करने से यह शà¥à¤¦à¥à¤§ हो जाता है। इसके अलावा à¤à¥€ कई पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• मंजन बनाये जा सकते हैं, जैसे आधी बड़ी-चमà¥à¤®à¤š खाने के सोडे में à¤à¤• चाय-चमà¥à¤®à¤š सिरका और चà¥à¤Ÿà¤•à¥€ à¤à¤° नमक मिला कर दातों पर रगड़ने से दांत उजले और सफेद हो जाते हैं। à¤à¤• बड़ी-चमà¥à¤®à¤š खाने के सोडे में हाइडà¥à¤°à¥‹à¤œà¤¨ परऑकà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤¡ की कà¥à¤› बूà¤à¤¦à¥‡à¤‚ मिला कर दातों पर रगड़ने से दांत चमकीले और सफेद हो जाते हैं। तेज पतà¥à¤¤à¤¾ और नारंगी के सूखे छिलके को पीस कर दांत चमकाने का बà¥à¤¿à¤¯à¤¾ चूरà¥à¤£ तैयार कर सकते हैं। अनार के छिलके को सà¥à¤–ा और पीस कर दातों पर रगड़ने से दांत चमकीले और सफेद हो जाते हैं। à¤à¤• चाय-चमà¥à¤®à¤š हाइडà¥à¤°à¥‹à¤œà¤¨ परऑकà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤¡ और à¤à¤• चाय-चमà¥à¤®à¤š सैंधा नमक à¤à¤• कह पानी में मिला कर हरà¥à¤¬à¤² माउथ वाश बनाया जा सकता है। à¤à¤• बड़ी-चमà¥à¤®à¤š सिरका, दो बड़ी-चमà¥à¤®à¤š शहद, दो बड़ी-चमà¥à¤®à¤š वाइन में आधी चाय-चमà¥à¤®à¤š पिसा हà¥à¤† लौंग मिला कर अचà¥à¤›à¤¾ माउथ वाश तैयार किया जा सकता है।
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