ये पौधे पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित वायॠसà¥à¤µà¤šà¥à¤› करते हैं
अनंत शेखर मिशà¥à¤°
हम सà¤à¥€ जानते हैं कि पौधे तथा पेड़ हमारे परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को ना केवल सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ करते हैं बलà¥à¤•à¤¿ मानव जीवन के लिये शà¥à¤¦à¥à¤§ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤µà¤¾à¤¯à¥ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ à¤à¥€ हैं। हम अपने घरों को पेड़ पौधों से सजाते हैं तथा यह महसूस करते हैं कि हम पà¥à¤°à¤•à¤¤à¤¿ के नजदीक हैं और यह हमे परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ मातà¥à¤°à¤¾ में शà¥à¤¦à¥à¤§ वायॠपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर रहें हैं। हमारा यह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ सही à¤à¥€ है लेकिन पेड़ो तथा पौधों के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ ने यह खोज निकाला है कि कौन से पेड या पौधे मानव जीवन के लिठअतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ है.और यदि हम उनà¥à¤¹à¥‡ घरों में लगाये तो हमे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤¨à¥€ वायॠका अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ शà¥à¤¦à¥à¤§ रà¥à¤ª पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो सकता है।
घरों मे या कमरे के अंदर गमले में पौधो को बनाये रखना à¤à¤• चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆà¤à¤°à¤¾ काम है जो आमतौर पर आंतरिक डिजाइनरà¥à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कई वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से किया जा रहा है। लेकिन हम नही जानते की यह पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ वाले हमारे दोसà¥à¤¤ किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤à¤• शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ फिलà¥à¤Ÿà¤° के रà¥à¤ª में काम करते हà¥à¤ हमारे आसपास की वायॠके शà¥à¤¦à¥à¤§ कर देते हैं। वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹ के कई अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨à¥‹à¤‚ ने यह पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ किया है कि कà¥à¤› पौधे कमरे में यदि रख दिये जाठतो वे हानिपà¥à¤°à¤¦ गैसों जैसे कि फारà¥à¤®à¥‡à¤²à¥à¤¡à¥€à¤¹à¤¾à¤‡à¤¡ तथा जाइलिन में 89 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ तक की कमी कर देते हैं।
यदि आप सोचते हैं कि यह खूबसूरत तथा आकरà¥à¤·à¤• वायॠफिलà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ बहà¥à¤¤ मंहगी होगी तो यह आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤œà¤¨à¤• होगा कि हमे इनमें से कई को खरीदने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ ही नहीं होगी यह हमारे आसपास ही लगे हà¥à¤ मिल जाà¤à¤‚गे। यदि आपको या आपके परिवार को à¤à¤²à¤°à¥à¤œà¥€, धà¥à¤à¤ से परेशानी होती है और आप अपने घर में या कमरे में शà¥à¤¦à¥à¤§ ताजा तथा सà¥à¤µà¤šà¤›à¥ वायॠका शà¥à¤µà¤¸à¤¨ करना चाहते हैं तो निंमà¥à¤¨ सात पौधों के बारे में जाने जो हमारे आस पास की वायॠको ही शà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं करते हैं तथा यह जाने कि वे किस विशिषà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षक को अपना शिकार बनाते है तथा उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हटाते हैं।
डेंडà¥à¤°à¥‹à¤¬à¤¿à¤¯à¤® तथा फेलिनोपà¥à¤¸à¤¿à¤¸ आरà¥à¤•à¤¿à¤¡: आरà¥à¤•à¤¿à¤¡à¥à¤¸ की बड़ी खराब पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा है कि यह बेहद नाजà¥à¤• होते हैं तथा इनका उगाना कठिन होता है लेकिन वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤•à¤¤à¤¾ में यह इसके बिलà¥à¤•à¥à¤² उलट हैं। आरà¥à¤•à¤¿à¤¡ वासà¥à¤¤à¤µ में अनदेखा किया जाना पसंद करते हैं जबकि लोग उनको अतà¥à¤¯à¤¾à¤§à¤¿à¤• पानी तथा हवा देकर उनà¥à¤¹à¥‡ खतà¥à¤® कर देते हैं।आरà¥à¤•à¤¿à¤¡ को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पानी या रोशनी की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ नहीं है वे सिरà¥à¤« साधारण देखà¤à¤¾à¤² ही मांगते हैं।आरà¥à¤•à¤¿à¤¡ वायॠमें से जाइलिन नामक पà¥à¤°à¤¦à¥‚षणकारी ततà¥à¤µ खींच लेते हैं जो गोंद तथा पेंट में पाया जाता है।अतः यह कहा जा सकता है कि वे नये घर में या जीरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤° किये गये घर के लिठà¤à¤• अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ पौधा है जो अनà¥à¤¯ पौधों के समान शà¥à¤µà¤¸à¤¨ करता है तथा रात में आकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है। अतः इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शयनककà¥à¤· में रखा जाता है।
पामà¥à¤¸: खजूर या ताड़ परिवार का यह पौधा à¤à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤¸à¥€ या पामी के नाम से à¤à¥€ जाना जाता है। यह बेहद लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ है तथा उगाने में आसान है। यह मजबूत घरेलू पौधा उगाने में आसान तथा मानव की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं को उठाने में सशकà¥à¤¤ है इसके साथ ही यह अनाकरà¥à¤·à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥€à¤¯ वातावरण से धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ विचलित करनें में à¤à¥€ सहायक है। इनको पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• शà¥à¤¦à¥à¤§ वायॠपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ माना जाता है। पामà¥à¤¸ विशेष रà¥à¤ª से फारà¥à¤®à¥‡à¤²à¥à¤¡à¥€à¤¹à¤¾à¤‡à¤¡ , बेंजीन तथा कारà¥à¤¬à¤¨ मोनोऑकà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤¡ को हटाता है । विशेष रà¥à¤ª से यदि घर में कोई धूमà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤¨ करता है तो उस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में यह बेहद लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ है।
पीस लिली: पीस लिली ठके ठसà¥à¤ªà¤¾à¤¥à¤¿à¤«à¤¾à¤‡à¤²à¤® à¤à¤• उपयोगी घरेलू पौधा है यदि आप फूलों से पà¥à¤¯à¤¾à¤° करते हैं लेकिन उन गà¥à¤²à¤¦à¤¸à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को नहीं खरीद सकते हैं जो कà¥à¤› दिनों में मà¥à¤°à¤à¤¾ कर मर जाते हैं। सà¥à¤ªà¤¾à¤¥à¤¿à¤«à¤¾à¤‡à¤²à¤® छांव में तथा 55 डिगरी फैरनहाइट से कम तापामान पर पनपता है। यह हानिपà¥à¤°à¤¦ विषैले ततà¥à¤µ जेसे कि à¤à¤¸à¥€à¤Ÿà¥‹à¤¨, अमोनिया ,बेंजीन, इथाइल à¤à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ ,फारà¥à¤®à¥‡à¤²à¥à¤¡à¥€à¤¹à¤¾à¤‡à¤¡, मिथाइल अलà¥à¤•à¥‹à¤¹à¤², टà¥à¤°à¤¾à¤ˆà¤•à¥à¤²à¥‹à¤°à¥‹à¤‡à¤¥à¤¾à¤‡à¤²à¥€à¤¨, तता जाइलिन को हटाता है।
फरà¥à¤¨: फरà¥à¤¨ की à¤à¤• साधारण पौधे के रà¥à¤ª में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा है। लेकिन अधिकांश लोग यह नही जानते कि यह à¤à¤• आकरà¥à¤·à¤• पौधा है तथा कई यà¥à¤—ों से अपना आसà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ बनाये रखे हà¥à¤ है।यह अपनी मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® तथा हलà¥à¤•à¥€ तथा लमà¥à¤¬à¥€ पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के कारण आकरà¥à¤·à¤• दिखाई देता है। यह वायॠमें मौजूद पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ जैसे कि टाउलीन तथा जाइलीन, जो कि कई पेंटों ( रंग) नेल पालिश तथा गोंद में पाये जाते हैं को शोषित करता है।
शेफà¥à¤²à¥‡à¤°à¤¾: शेफà¥à¤²à¥‡à¤°à¤¾ को अपनी चमकदार, तथा मजबूत पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होने वाली अंडाकार पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के कारण आसानी ले पहचाना जा सकता है जो देखने अपनी मोम के समान चमक के कारण अपà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होती हैं। पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ वासà¥à¤¤à¤µ में मजबूत तथा लंबे समय तक जीवित रहने वाली होती है .यदि आप इनके ऊपर की धूल को à¤à¤¾à¥œà¤¤à¥‡ रहें तथा कà¤à¥€ कà¤à¥€ पोंछते रहें इस कारण इसमें निवेश लाà¤à¤ªà¥à¤°à¤¦ होता है। यह देखने में खूबसूरत तो होता ही है साथ यह विषैली गैसे जैसे कि बेंजीन, फारà¥à¤®à¥‡à¤²à¥à¤¡à¥€à¤¹à¤¾à¤‡à¤¡ तथा टोलà¥à¤¯à¤¿à¤¨ को पामà¥à¤¸ के समान शोषित करलेता है। यह उस घर के लिठउपयोगी है जहां धूमà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤¨ होता है।
à¤à¤‚थà¥à¤¯à¥‚रियमà¥à¤¸: à¤à¤‚थà¥à¤¯à¥‚रियमà¥à¤¸ अपने खूबसूरत रंगीन पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के कारण à¤à¤• खूबसूरत पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• उपहार हैं। गहरे रंग की पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ अमोनिया, फारà¥à¤®à¥‡à¤²à¥à¤¡à¥€à¤¹à¤¾à¤‡à¤¡,टोलà¥à¤¯à¤¿à¤¨ तथा जाइलिन को शोषित करता है । अतः यह काम करने के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ ( विशेषरà¥à¤ª से फोटोकापीयरà¥à¤¸, पà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¸, तथा चिपकाने वाले पदारà¥à¤¥à¥‹ के पास) रखा जाता है।
सांग ऑफ इंडिया ( डà¥à¤°à¥‡à¤•à¥€à¤¨à¤¾ रिफà¥à¤²à¥‡à¤•à¥à¤¸à¤¾): कविता के समान नाम डà¥à¤°à¥‡à¤•à¥€à¤¨à¤¾ रिफà¥à¤²à¥‡à¤•à¥à¤¸à¤¾ ( सांग ऑफ इंडिया ) के कारण इसको आसानी से पहचाना जा सकता है। इसकी लंबी हरी नीबà¥à¤ˆ तथा पीले रंग की पतà¥à¤¤à¥€ इसकी पहचान हैं। इसका पौधा उचà¥à¤š तथा निमà¥à¤¨ तापमान में व कम पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ में आसानी से बà¥à¤¤à¤¾ रहता है। यह अनावशà¥à¤¯à¤• फारà¥à¤®à¥‡à¤²à¥à¤¡à¤¿à¤¹à¤¾à¤‡à¤¡ , टौलà¥à¤¯à¤¿à¤¨ तथा जाइलिन को शोषित करता है।
पौथोस: पौथोस को सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥‡ तथा दिल के आकार की पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है। यह à¤à¤• मजबूत पौधा है जो कम पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ में तथा ठंडे तापमान में à¤à¥€ जीवित रह सकता है।ष यह घर तथा कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ को लिठउपयोगी है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह वायॠमें से कारà¥à¤¬à¤¨ मोनोआकà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤¡ तथा फारà¥à¤®à¥‡à¤²à¥à¤¡à¥€à¤¹à¤¾à¤‡à¤¡ को शोषित करता है।
फिलोडेनà¥à¤¡à¥à¤°à¥‹à¤¨à¥à¤¸à¤ƒ फिलोडेनà¥à¤¡à¥à¤°à¤¾à¤‚स à¤à¤• घरेलू पौधा है जिसको बहà¥à¤¤ कम देखà¤à¤¾à¤² की जरूरत होती है। इसकी रंगबिरगी पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ आपके बगीचे की शोà¤à¤¾ बà¥à¤¾ देगीं। यह वायॠमे मौजूद जाइलान को शोषित करता है।
उपरोकà¥à¤¤ सà¤à¥€ पौधो आपके घर को ना केवल खूबसूरत बनाà¤à¤‚गे बलà¥à¤•à¤¿ आपके घर की वायॠको शà¥à¤¦à¥à¤§ करके आपको à¤à¤• सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ वातावरण देगें।
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